समाचार

धरियावद में चार दिवसीय धार्मिक शिक्षण शिविर मुनि श्री अपूर्व सागर जी महाराज ससंघ सान्निध्य में हुआ शुरू


दिगंबर जैनाचार्य वात्सल्य वारिधि आचार्य वर्द्धमान सागर जी महाराज के शिष्य एवं संघस्थ दिगंबर जैन मुनि श्री अपूर्व सागर जी महाराज ससंघ का पांच दिनों का अल्प प्रवास श्री महावीर दिगंबर जैन मंदिर पुराना बस स्टैंड में रहा। इसके बाद शुक्रवार शाम में संघ का पुनः श्री चंद्रप्रभ दिगंबर जैन मंदिर के लिए विहार हो गया। यहां पर मुनि श्री ससंघ के सान्निध्य में चार दिवसीय धार्मिक शिक्षण शिविर शनिवार को शुरू हुआ।पढि़ए अशोक कुमार जेतावत की रिपोर्ट ………. 


धरियावद। दिगंबर जैनाचार्य वात्सल्य वारिधि आचार्य वर्द्धमान सागर जी महाराज के शिष्य एवं संघस्थ दिगंबर जैन मुनि श्री अपूर्व सागर जी महाराज ससंघ का पांच दिनों का अल्प प्रवास श्री महावीर दिगंबर जैन मंदिर पुराना बस स्टैंड में रहा। इसके बाद शुक्रवार शाम में संघ का पुनः श्री चंद्रप्रभ दिगंबर जैन मंदिर के लिए विहार हो गया। यहां पर मुनि श्री ससंघ के सान्निध्य में चार दिवसीय धार्मिक शिक्षण शिविर शनिवार को शुरू हुआ।मुनि श्री संघ सान्निध्य से बताया गया कि अपूर्व सागर जी महाराज ससंघ सान्निध्य में शनिवार प्रातः 8 बजे से जैन दर्शन ज्ञान शिक्षण प्रशिक्षण शिविर, श्री चंद्रप्रभ दिगंबर जैन मंदिर में आरंभ हुआ। इसमें बालक-बालिकाओं और महिलाओं सहित कुल 108 शिविरार्थियों का पंजीकरण हुआ।

शिविर में प्रशिक्षण के विषय और प्रशिक्षणार्थी-

1. पहला भाग 2. दूसरा भाग 3. तीसरा भाग 4. छह ढाला 5. तत्वार्थ सूत्र 6. भक्तामर स्तोत्र

इन विषयों का मुनि श्री अपूर्व सागर जी, मुनि श्री अर्पित सागर जी, क्षुल्लक श्री महोदय सागर जी और संघस्थ ब्रह्मचारी नमन भैया शिविरार्थियों को सूक्ष्मता एवं गहनता से सरल शैली में प्रशिक्षण करवा रहे हैं। शिविर 27 से 30 अप्रैल 2024 तक चलेगा। इसकी परीक्षा 30 अप्रैल को दोपहर बाद 3 से 4 बजे तक होगी। शिविर का समापन, परिणाम और पुरस्कार वितरण समारोह 1 मई 2024 को सुबह 8 बजे से होगा।शिविर का आयोजक एवं निवेदक श्री दिगंबर जैन दशा हुमड़ समाज है ,और स्थान श्री चंद्रप्रभ दिगंबर जैन मंदिर प्रांगण धरियावद है।

शिविर की दिनचर्चा एवं प्रशिक्षण कक्षाओं का समय-

प्रातः 8 से 9 बजे

मध्यान्ह 2 से 4 बजे

सायं 7 से 8 बजे

रात्रि 8 से 8.30 बजे आरती, गुरु भक्ति कार्यक्रम प्रतिदिन संपन्न होंगे।

आप को यह कंटेंट कैसा लगा अपनी प्रतिक्रिया जरूर दे।
+1
5
+1
0
+1
0

About the author

Shreephal Jain News

Add Comment

Click here to post a comment

You cannot copy content of this page

× श्रीफल ग्रुप से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करें