श्री क्षेत्र श्रवणबेलगोला के समाधिस्थ जगद्गुरु कर्मयोगी स्वस्तिश्री चारुकीर्ति भट्टारक स्वामी जी आज हमारे बीच नहीं हैं। आज उनका 75वां जन्म दिवस है। उनका जन्म 3 मई, 1949 को कर्नाटक के वारंग में हुआ।...
श्रीफल ओरिजिनल
समाज के हर वर्ग में चर्चा है कि हम दिगंबर जैन समाज का इतिहास, संस्कार, संस्कृति, तीर्थंकरों के उपदेश जन- जन तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। समाज में कोई ऐसा मजबूत...
महाराष्ट्र में जैन धर्म का एक लंबा इतिहास है। महाराष्ट्र में सबसे पुराना शिलालेख पुणे जिले के पाले गांव के पास एक गुफा में दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व का जैन...
प्राचीन काल में मध्यप्रदेश जैन संस्कृति का समृद्ध इलाका रहा होगा, जहां आध्यात्मिक और धार्मिकता का प्रभाव जीवन के मूल धारा में सहज ही होता होगा। इसी कारण यहां...
अष्टान्हिका पर्व के अवसर पर अनंतानंत सिद्धों की भूमि शाश्वत भूमि तीर्थ राज सम्मेद शिखर जी में होगी सिद्धों की महा आराधना शुरू हुई। श्री सिद्धचक्र महामण्डल...