समाचार

6 दिवसीय श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान महोत्सव करावली में युगल मुनिराज ससंघ का करावली में हुआ भव्य मंगल प्रवेश


दिगंबर जैनाचार्य श्री वर्द्धमान सागर जी महाराज के शिष्य युगल मुनि श्री अपूर्व सागर जी, मुनिश्री अर्पित सागर जी और क्षुल्लक श्री महोदय सागर जी महाराज का ससंघ गत 1 मई बुधवार को धरियावद में करावली (सलूंबर) के लिए मंगल विहार हुआ था। गुरुवार 9 मई को मुनि संघ का करावली में भव्य मंगल प्रवेश हो गया।पढि़ए अशोक कुमार जेतावत की रिपोर्ट ……


धरियावद। दिगंबर जैनाचार्य श्री वर्द्धमान सागर जी महाराज के शिष्य युगल मुनि श्री अपूर्व सागर जी, मुनिश्री अर्पित सागर जी और क्षुल्लक श्री महोदय सागर जी महाराज का ससंघ गत 1 मई बुधवार को धरियावद में करावली (सलूंबर) के लिए मंगल विहार हुआ था। गुरुवार 9 मई को मुनि संघ का करावली में भव्य मंगल प्रवेश हो गया। इस अवसर पर समाज जन ने बैंड बाजों के साथ, हाथ में जैन धर्म की पताका, महिलाओं ने सिर पर मंगल कलश लेकर नाच-गान भक्ति-भाव, हर्षोल्लास के साथ मुनि संघ की अगुवाई कर गांव में मंगल प्रवेश कराया।युगल मुनिराज ससंघ सान्निध्य और प्रतिष्ठाचार्य पंडित विनोद कुमार पगारिया (सागवाड़ा) के निर्देश में आगामी 11 मई शनिवार से करावली गांव में सिद्ध भगवान की भक्ति और उनके 1008 गुणों का गुणानुवाद करने हेतु दिगंबर जैन समाज करावली द्वारा छह दिवसीय श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान पूजन एवं मानस्तंभ मस्तकाभिषेक कार्यक्रम धर्म प्रभावना पूर्वक संपन्न होंगे।

सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं लघु नाटिका की प्रस्तुति 

करावली में 6 दिवसीय श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान महोत्सव और मानस्तंभ महामस्तकाभिषेक कार्यक्रम में प्रथम दिवस 11 मई शनिवार को इंद्रों का स्वागत, देवाज्ञा, गुरु आज्ञा, मंदिर से श्रीजी की शोभायात्रा, ध्वजारोहण, भूमि शुद्धि, मंच उद्घाटन, श्रीजी विराजमान, दीप प्रज्वलन, श्रीजी का अभिषेक, प्रतिष्ठाचार्य निमंत्रण, अतिथि सत्कार, पूज्य मुनिश्री का प्रवचन, सकलीरण, इंद्र प्रतिष्ठा, मंडप प्रतिष्ठा, कलश स्थापना, नित्य पूजा के साथ श्री सिद्ध चक्र महामंडल विधान पूजन का आयोजन प्रारंभ होगा। सायंकाल में आरती भक्ति, शास्त्र सभा और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। इसी तरह 11 से 15 मई तक प्रतिदिन प्रातः श्रीजी का जलाभिषेक, पंचामृत अभिषेक, महाशांतिधारा, नित्य नियम पूजन, मुनि श्री का प्रवचन, श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान पूजन का आयोजन प्रतिदिन होगा। शाम को करावली गांव में शोभायात्रा निकाली जाएगी और आरती भक्ति के बाद समाज की बहू-बेटियों के समूह द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं लघु नाटिका की प्रस्तुति भी दी जाएगी।

16 मई को होगा विश्वशांति महायज्ञ

16 मई गुरुवार को विश्वशांति महायज्ञ एवं मानस्तंभ में विराजित प्रतिमाओं का मस्तकाभिषेक होगा ।श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान महोत्सव एवं मानस्तंभ महामस्तकाभिषेक के अंतिम दिवस गुरुवार 16 मई 2024 को प्रातः 5 बजे से श्रीजी का अभिषेक, शांतिधारा, नव देवता पूजन, श्रुत पूजा के बाद विश्व शांति कामनार्थ, सर्व शांति महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा। यज्ञ की पूर्णाहुति के पश्चात् मुनि श्री संघ द्वारा आशीर्वचन, आरती एवं विसर्जन के बाद शोभायात्रा निकाली जाएगी, जो कार्यक्रम स्थल से श्री सुपार्श्वनाथ जिनालय पहुंचेगी। यहां पर प्रतिमा जी को वेदी पर विराजमान कर मंदिर प्रांगण में स्थित उत्तुंग मानस्तंभ की चारों दिशाओं में ऊपर एवं नीचे की वेदी पर विराजित आठों श्रीजी की प्रतिमाओं का कलशों से महामस्तकाभिषेक किया जाएगा। इस महोत्सव में बड़ी संख्या में मेवाड़-वागड़, छप्पन मेवल के गांवों-शहरों के साथ ही मुंबई, पुणे, अहमदाबाद आदि नगरों-महानगरों समेत राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र प्रांतों के श्रावक-श्राविकाएं भाग लेंगे।

आप को यह कंटेंट कैसा लगा अपनी प्रतिक्रिया जरूर दे।
+1
5
+1
1
+1
2

You cannot copy content of this page

× श्रीफल ग्रुप से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करें