आलेख

डिनर को लेकर अमेरिका और यूरोप में नया रुझान

जैन मुनियों-संतों के सूर्यास्त से पहले भोजन के सिद्धान्तों पर लौटे चिकित्सा विशेषज्ञ  

 

अब वही सच साबित हुआ जिसका उल्लेख हमारे ऋषि-मुनियों, विशेषकर जैन संतों ने अपने ग्रंथों में भोजन को लेकर किया है। दुनिया में लोग अब अपने स्वास्थ्य को लेकर फिर सचेत हुए हैं। चाहे वह लेट-नाइट कल्चर वाला अमेरिका हो या फिर डिनर आफ्टर थियेटर की जिन्दगी जीने वाला ब्रिटेन। अब लोगों के रात के खान के समय में भी बदलाव हुआ है ताकि खाना पच सके। जैन धर्म में नियम है कि सूर्यास्त से पहले भोजन कर लेना चाहिए। जैन धर्म में रात्रि में भोजन करना सख्त मना है। जैन मुनि जानते थे कि सही समय पर लंच या डिनर करना सेहत के लिए फायदेमंद होगा। रात में भोजन ग्रहण नहीं करने के दो कारण बताए थे- पहला अहिंसा और दूसरा बेहतर स्वास्थ्य। अब चिकित्साविज्ञान से जुड़े विशेषज्ञ भी खुलकर कहने लगे हैं कि सूर्यास्त से पहले भोजन करने से पाचन तंत्र ठीक रहता है क्योंकि रात्रि में हमारी पाचन शक्ति कमजोर पड़ जाती है। साथ ही सोने से पूर्व भोजन को पचने के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है जिससे गैस,एसिडिटी एवं पेट में भारीपन आदि जैसे समस्याओं से बचा जा सकता है।

विशेषज्ञों के मुताबिक- सोने से कम से कम तीन घंटे पहले डिनर जरूर कर लेना चाहिए। ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर का एक आदर्श समय होता है। एक अन्य विशेषज्ञ के मुताबिक रात आठ बजे तक डिनर कर लेना चाहिए। इसके बाद कुछ नहीं खाना चाहिए। अगर आप डिनर नहीं कर पाए हैं तो कुछ हल्का फुल्का या सोने से पहले एक गिलास दूध का सेवन कर सकते हैं।

कहने की जरूरत नहीं कि कोरोना काल के बाद लोगों का जीवन कई मामलों में बदला है, जीवनशैली बदली है। इन बदलावों ने लोगों की सामाजिकता और मानसिकता पर भी असर डाला है। स्वास्थ्य मामले में लोगों में जागरुकता बढ़ी है। दुनियाभर में लोग अपनी सेहत को लेकर जागरूक हुए। एक रिपोर्ट के मुताबिक यूरोप और अमेरिका में भी लोग जल्दी भोजन करने लगे हैं। उनकी देर तक जागने की आदत भी कम हुई।

कोविड काल के वर्क फ्रॉम होम कल्चर की बात करें तो जब लोगों का फिर दफ्तर जाना शुरू हुआ तो कंपनियों ने आफिस की टाइमिंग सुबह जल्दी कर दी। इसका असर यह हुआ कि लोग शाम को जल्दी दफ्तर के काम से फ्री होकर घर आने लगे और जल्दी डिनर के बाद सोने की आदत डाली। देर रात तक जागने की आदत में बदलाव आया। आंकड़े गवाह हैं कि यूरोप, अमेरिका और ब्रिटेन समेत कई देशों में अब रेस्तरां में शाम 5 बजे से ही डिनर के लिए लोग पहुंच रहे हैं और लगभग 8 बजे तक रेस्तरां खाली हो जाते हैं।

 

आइए, जानते हैं रात में भोजन जल्दी करने और देर रात तक जागने की आदत में बदलाव के सेहतमंद फायदों के बारे में।

-जल्द डिनर से खाना पचने में आसानी। सही पाचन प्रक्रिया के कारण एसिडिटी जैसी समस्या नहीं।

-सोने से तीन घंटे पहले खाना खाने से अपच की समस्या का दूर होना। इससे मोटापा तेजी से कम करने में मदद मिलती है। वजन का भी नियंत्रिण।

-खाने का सही समय होने से सुबह का नाश्ता और लंच भी सही समय पर।

-डिनर का वक्त होते होते तेज भूख और नींद भी बेहतर।

-रात 8 बजे तक डिनर से हृदय मरीजों के स्वास्थ्य में सुधार।

-डायबिटीज का खतरा भी कम।

-ब्लड प्रेशर के मरीजों को लंच और डिनर सही समय पर करना चाहिए। इससे रक्तचाप की समस्या पर लगाम लगती है।

-समय पर सोने से नींद भी पूरी। मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए नींद का पूरा होना बहुत जरूरी।

-अनिद्रा की शिकायत से तनाव व अवसाद भी। आंखों में जलन, सिर दर्द की समस्या दूर।

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